नमस्कार दोस्तों! क्या आपने कभी सुना है कि शेयर मार्केट अचानक गिर गया और लोगों का लाखों-करोड़ों रुपये डूब गए? इसे ही शेयर मार्केट क्रैश कहते हैं। जब बाजार में शेयरों की कीमतें तेजी से गिरती हैं और निवेशक घबराकर अपने शेयर बेचने लगते हैं, तो बाजार में भारी उथल-पुथल मच जाती है।
लेकिन सवाल यह है कि शेयर मार्केट क्रैश कब होता है और क्यों होता है? इसका जवाब आसान नहीं है, क्योंकि कई कारण हो सकते हैं। कभी-कभी यह किसी बड़ी आर्थिक समस्या की वजह से होता है, तो किसी बड़ी कंपनी का बंद होना, या फिर दुनिया में कोई बड़ी परेशानी आ जाना।
इस ब्लॉग में हम समझेंगे कि शेयर मार्केट क्रैश के पीछे क्या कारण होते हैं, ऐसे समय में क्या करना चाहिए और कैसे इससे बचा जा सकता है। तो अगर आप भी शेयर बाजार में निवेश करते हैं या करना चाहते हैं, तो इस जानकारी को ध्यान से पढ़ें। आइए, शुरुआत करते हैं!
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शेयर मार्केट क्रैश क्यों होता है?
शेयर मार्केट क्रैश तब होता है जब किसी कारण से बाजार में अचानक बड़ी गिरावट आती है। यह आमतौर पर तब होता है जब निवेशक डरकर तेजी से अपने शेयर बेचने लगते हैं। उस समय बाजार में बेचने वाले ज्यादा और खरीदने वाले कम हो जाते हैं, जिससे बाजार की कीमतें तेजी से गिरने लगती हैं।
उदाहरण के लिए, 2020 में कोविड-19 महामारी के कारण लोग डरे हुए थे और अपने शेयर बेचने लगे। इस वजह से 2020 में शेयर बाजार में बड़ा क्रैश देखने को मिला। इसे ही शेयर मार्केट क्रैश कहते हैं।
शेयर मार्केट क्रैश कब होता है?
शेयर मार्केट क्रैश का कोई निश्चित समय नहीं होता। यह कभी भी हो सकता है।
शेयर मार्केट क्रैश तब होता है जब:
- जब किसी बड़ी कंपनी से कोई खराब खबर आती है।
- विदेशी संस्थान या म्यूचुअल फंड अगर बहुत सारे शेयर बेचने लगें।
- देश की अर्थव्यवस्था कमजोर हो जाए।
- किसी दूसरे देश में कोई बड़ी समस्या या बुरी खबर हो।
जब शेयर बाजार क्रैश होता है, तो कई कंपनियों के शेयर की कीमत तेजी से गिर जाती है। और उस समय एक निवेशक को क्या करना चाहिए, आइए जानते हैं।
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शेयर मार्केट कब क्रैश हुआ था?
सबसे पहले शेयर मार्केट 1929 को क्रेश हुआ था, जिसे “ग्रेट डिप्रेशन” कहा जाता है। यह क्रेश इसलिए हुआ क्योंकि लोग बिना सोचे-समझे शेयर खरीद रहे थे और उधार लेकर निवेश कर रहे थे।
बाजार में कीमतें लगातार बढ़ रही थीं, लेकिन असल में कंपनियों का फंडामैंटल उतना अच्छा नहीं था। अचानक, 24 अक्टूबर 1929 को शेयरों की कीमतें तेजी से गिरने लगीं। लोग घबरा गए और अपने शेयर बेचने लगे। इस वजह से बाजार पूरी तरह टूट गया। बैंकों ने भी पैसा खो दिया, जिससे लाखों लोग बेरोजगार हो गए।
इसके बाद 2008 में “ग्लोबल फाइनेंशियल क्राइसिस” के दौरान भी बाजार भारी गिरावट का सामना कर चुका है। भारत में 2020 में COVID-19 के कारण शेयर बाजार में बड़ी गिरावट हुई। इससे निवेशकों को भारी नुकसान हुआ।
मार्केट क्रैश हो जाए तब क्या करें?
शेयर मार्केट जब क्रैश हो जाए तब आपको घबराना नहीं है, चाहे आपके ₹1 करोड़ ही क्यों न लगे हों। जब भी मार्केट क्रैश हो, तब आपको शेयर को बेचना नहीं है, चाहे जितना बड़ा ही नुकसान क्यों न हो जाए। और क्रैश के समय आपकी स्क्रीन पर आपको नुकसान दिखेगा, लेकिन वह नुकसान अभी हुआ नहीं है।
क्योंकि आपने शेयर्स को बेचा नहीं है। जब आप शेयर को बेचेंगे, तब आपका नुकसान होगा। तो इसलिए आपको शेयर को बेचना नहीं है, बल्कि उसे होल्ड करके रखना है। होल्ड करने से यह होगा कि मार्केट उससे ज्यादा उठेगा, जैसे 2020 का यह ग्राफ चेक करिए, मार्केट जरा सा गिरा था।
उन लोगों का 30 से 40 परसेंट का नुकसान हुआ।
लेकिन अब इस इमेज पर जरा नजर डालिए। मार्केट में 30 से 40% का नुकसान हुआ था, लेकिन उसके बाद देखिए, मार्केट में 2021 में 115% यानी पैसे को डबल कर दिया। तो इसलिए मार्केट क्रैश होने से घबराएं नहीं, बल्कि खुश होइए, क्योंकि अब आपका पैसा तेजी से बढ़ सकता है।
आपको कैसे पता चलेगा कि शेयर बाजार ऊपर जाएगा या नीचे?
शेयर मार्केट ऊपर जाएगा या नीचे जाएगा, यह कोई भी पक्का नहीं बता सकता, लेकिन ग्राफ को देखकर आप एक अंदाजा लगा सकते हैं कि मार्केट ऊपर जाएगा या नीचे आएगा। शेयर बाजार को समझने के लिए सबसे पहले आपको ग्राफ देखना होगा। शेयर बाजार का ग्राफ हमेशा ऊपर की तरफ नहीं जाता है।
इस ग्राफ को देखिए, पहले यह ऊपर जाएगा और फिर थोड़ा नीचे आएगा, और फिर ऊपर जाएगा, फिर नीचे आएगा। इसको कहा जाता है Up Trend।
इस ग्राफ पर नजर डालिए, पहले यह थोड़ा नीचे जाएगा और फिर ऊपर आएगा, और फिर नीचे जाएगा, और इसी तरह से यह शेयर धीरे-धीरे नीचे की ओर जाता रहेगा। तो इसे कहते हैं Down Trend।
तो इसे चेक करने के लिए आप सेंसेक्स या निफ्टी 50 के ग्राफ को चेक कर सकते हैं, जिससे आपको पूरे मार्केट के बारे में जानकारी मिल जाएगी।
इसके अलावा, अगर आप किसी कंपनी में निवेश कर रहे हैं, तो सिर्फ ग्राफ देखकर निवेश न करें, बल्कि उस कंपनी के फंडामेंटल्स जरूर चेक करें, जिससे यह पता चलता है कि कंपनी प्रॉफिट में है या नुकसान में।
बहुत सी कंपनियां ऐसी रहती हैं जो नुकसान में होती हैं, लेकिन निवेशक उसमें पैसा लगा देते हैं, और थोड़े दिन के लिए वह ऊपर जाता है और बाद में नीचे आ जाता है। लेकिन अगर आप फंडामेंटल्स और टेक्निकल दोनों चेक करते हैं, तो आप भी एक सफल निवेशक बन सकते हैं।
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निष्कर्ष:
शेयर मार्केट क्रैश कब होता है? यह समझना थोड़ा मुश्किल हो सकता है, लेकिन ऐसा तब होता है जब देश की आर्थिक स्थिति खराब होती है या किसी बड़ी खबर का असर बाजार पर पड़ता है। जब बाजार नीचे जाता है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। आपको शांत रहकर सोचना चाहिए और जल्दबाजी में पैसे नहीं निकालने चाहिए।
अगर आप लंबी अवधि के लिए निवेश करते हैं, तो मार्केट की गिरावट से आपको नुकसान नहीं होगा। हमेशा याद रखें, हर गिरावट के बाद बाजार फिर से ऊपर जाता है। सही जानकारी और धैर्य से ही आप शेयर बाजार में सफल हो सकते हैं।
अब आप जान गए हैं कि शेयर मार्केट क्रैश कब होता है? तो अगली बार बाजार गिरे, तो समझदारी से फैसले लें। और अगर आप शेयर बाजार के बारे में और जानना चाहते हैं, तो हमारे अन्य लेख जरूर पढ़ें।
डिस्क्लेमर:
यह ब्लॉग सिर्फ जानकारी देने के उद्देश्य से है। शेयर बाजार में निवेश करना जोखिमपूर्ण हो सकता है, जिसमें लाभ और हानि दोनों हो सकते हैं। किसी भी निवेश से पहले अपनी पूरी रिसर्च करें और एक वित्तीय सलाहकार से मार्गदर्शन प्राप्त करें। इस ब्लॉग में दी गई जानकारी के आधार पर किए गए निवेश से होने वाली किसी भी प्रकार की हानि या लाभ के लिए लेखक या ब्लॉग जिम्मेदार नहीं होगा। सोच-समझकर और समझदारी से निवेश करें।
FAQs – शेयर मार्केट क्रैश कब होता है:
शेयर मार्केट क्रैश क्या है?
जब शेयर बाजार में बहुत सारी कंपनियों के शेयर की कीमतें बहुत तेज़ी से गिर जाती हैं, तो उसे शेयर मार्केट क्रैश कहते हैं।
क्या हम जान सकते हैं कि शेयर मार्केट क्रैश होगा?
नहीं, यह नहीं कहा जा सकता कि कब क्रैश होगा। लेकिन कभी-कभी कुछ ऐसे संकेत होते हैं, जिनसे पता चलता है कि मार्केट में गिरावट हो सकती है।
क्या शेयर मार्केट क्रैश में पैसे कमाए जा सकते हैं?
हां, अगर आप सही समय पर सही शेयर खरीदते हैं, तो बाद में उन शेयरों की कीमत बढ़ सकती है और आप पैसे कमा सकते हैं।
शेयर मार्केट क्रैश कितनी बार होता है?
शेयर मार्केट क्रैश कभी-कभी ही होता है, लेकिन जब होता है, तो यह बहुत बड़ा होता है। ऐसा कुछ वर्षों में हो सकता है।
भारत में शेयर मार्केट क्रैश हुआ है?
हां, भारत में भी कई बार शेयर मार्केट क्रैश हुआ है, जैसे 2008 में और 2020 में जब कोरोना वायरस का संकट आया था।
क्या क्रैश के बाद मार्केट ठीक हो जाता है?
हां, क्रैश के बाद कुछ समय में शेयर बाजार फिर से ठीक हो जाता है, लेकिन कभी-कभी इसे ठीक होने में थोड़ा समय लगता है।