सबसे ज्यादा बोनस देने वाले शेयर 2025 – पूरी जानकारी!

नमस्कार दोस्तों! क्या आप भी सबसे ज्यादा बोनस देने वाले शेयर की तलाश कर रहे हैं? अगर हाँ, तो आप बिल्कुल सही जगह पर आए हैं। जब कोई कंपनी अपने निवेशकों को उनके पास पहले से मौजूद शेयरों के आधार पर मुफ्त में नए शेयर देती है, तो इसे बोनस शेयर कहा जाता है। यह कंपनियाँ अपने निवेशकों को खुश रखने और उनके विश्वास को बनाए रखने के लिए करती हैं।

उदाहरण के लिए, अगर आपके पास 2 शेयर हैं और कंपनी 1:1 बोनस देती है, तो आपको 2 और शेयर मुफ्त में मिलेंगे, जिससे आपके कुल शेयर 4 हो जाते हैं। कुछ कंपनियाँ नियमित रूप से सबसे ज्यादा बोनस देने वाले शेयर जारी करती हैं। ऐसे शेयर न केवल निवेशकों को फायदा पहुंचाते हैं, बल्कि उनके पोर्टफोलियो को भी मजबूत बनाते हैं। अगर आप ऐसे शेयरों की जानकारी चाहते हैं, तो यह ब्लॉग आपके लिए बहुत मददगार साबित होगा।

सबसे ज्यादा बोनस देने वाले शेयर

Contents

बोनस शेयर क्या होता है?

बोनस शेयर एक तरह के अधिक शेयर होते हैं जो कंपनियाँ अपने शेयरहोल्डर्स को मुफ्त में देती हैं। जब कंपनी अच्छा काम करती है और मुनाफा कमाती है, तो वह अपने मौजूदा शेयरहोल्डर्स को और अधिक शेयर देती है।

उदाहरण के लिए, अगर आपके पास 1 शेयर है और कंपनी ने 1:1 का बोनस शेयर दिया, तो आपको एक और शेयर मिल जाएगा। इससे आपके पास 2 शेयर हो जाएंगे। बोनस शेयर मिलने से आपके पास कंपनी में हिस्सेदारी बढ़ जाती है, और यह दिखाता है कि कंपनी अपने शेयरहोल्डर्स का ध्यान रखती है।

बोनस शेयर देने का मतलब यह नहीं है कि आपको पैसे मिलेंगे, लेकिन आपको और अधिक शेयर मिलते हैं, जो आगे चलकर आपके लिए फायदेमंद हो सकते हैं।

 

सबसे ज्यादा बोनस देने वाली कंपनी कोनसी है?

सबसे ज्यादा बोनस देने वाली कंपनी विप्रो है, जिसने 14 बार बोनस शेयर दिए हैं। विप्रो ने आखिरी बार 3 दिसंबर 2024 को बोनस शेयर दिए थे। इसके बाद दूसरी नंबर पर दो कंपनियाँ आती हैं, जिनमें L&T Ltd और Samvardhana Motherson हैं, जिन्होंने 10 बार बोनस शेयर दिए हैं।

आज के इस ब्लॉग में मैं आपको 10 ऐसे शेयर बताऊँगा, जिन्होंने बहुत अच्छे बोनस शेयर दिए हैं। साथ ही हम कैलकुलेशन भी करेंगे, ताकि यह जान सकें कि अगर किसी व्यक्ति ने उस समय 100 शेयर लिए होते, तो आज उनकी वैल्यू कितनी होती!

 

यहाँ पर सबसे ज्यादा बोनस देने वाले शेयर की लिस्ट दी है:

सबसे ज्यादा बोनस देने वाले शेयर  बोनस की संख्या (Times)
1. Wipro 14
2. Infosys 8
3. BPCL 6
4. ITC Ltd 7
5. Castrol India 8
6. L&T Ltd 10
7. Indian oil 7
8. Gail India 5
9. Dabur India 4
10. Samvardhana Motherson 10

तो चलिए, अब शेरों के बारे में और विस्तार से समझ लेते हैं।

1. Wipro:

अगर किसी व्यक्ति ने 1971 में किसी ने Wipro के 100 शेयर खरीदे होते और उस समय एक शेयर की कीमत 100 रुपये के आसपास चलती थी, तो उसने कुल 10,000 रुपये का निवेश किया होता। Wipro ने अब तक 14 बार बोनस शेयर दिए हैं। इन सभी बोनस को जोड़ते हुए, आइए देखें कि आज उन शेयरों की कुल कीमत कितनी होती।

Wipro के बोनस के हिसाब से शेयरों की बढ़ती संख्या इस प्रकार है:

1. 1971 (1:3 बोनस) – 100 शेयर से 133 शेयर हो गए।

2. 1981 (1:1 बोनस) – 133 शेयर से 266 शेयर हो गए।

3. 1985 (1:1 बोनस) – 266 शेयर से 532 शेयर हो गए।

4. 1987 (1:1 बोनस) – 532 शेयर से 1,064 शेयर हो गए।

5. 1989 (1:1 बोनस) – 1,064 शेयर से 2,128 शेयर हो गए।

6. 1992 (1:1 बोनस) – 2,128 शेयर से 4,256 शेयर हो गए।

7. 1995 (1:1 बोनस) – 4,256 शेयर से 8,512 शेयर हो गए।

8. 1997 (2:1 बोनस) – 8,512 शेयर से 25,536 शेयर हो गए।

9. 2004 (2:1 बोनस) – 25,536 शेयर से 76,608 शेयर हो गए।

10. 2005 (1:1 बोनस) – 76,608 शेयर से 153,216 शेयर हो गए।

11. 2010 (2:3 बोनस) – 153,216 शेयर से 255,360 शेयर हो गए।

12. 2017 (1:1 बोनस) – 255,360 शेयर से 510,720 शेयर हो गए।

13. 2019 (1:3 बोनस) – 510,720 शेयर से 680,960 शेयर हो गए।

14. 2024 (1:1 बोनस) – 680,960 शेयर से 1,361,920 शेयर हो गए।

ये भी पढ़े: 1 साल में 90,000% का रिटर्न! जानिए सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाले शेयर

आज की कीमत पर कुल मूल्य:

आज के समय में Wipro का एक शेयर 544 रुपये का है, तो इन 1,361,920 शेयरों की कुल कीमत होगी:

1,361,920×544 = 7,41,05,08,800 रुपये

यानि, 10,000 रुपय का निवेश आज लगभग 741 करोड़ रुपये बन चुका होता!

यह तो हमने केवल बोनस शेयर के बारे में बात की है। कंपनी ने दो बार शेयर को स्प्लिट भी किया है, अगर उसे जोड़ेंगे तो कुल मूल्य और भी ज्यादा होगा।

 

2. Infosys:

अगर किसी ने बहुत पहले Infosys के 100 शेयर खरीदे होते, और उस समय एक शेयर की कीमत 145 रुपये होती, तो उसने कुल 14,500 रुपये का निवेश किया होता। Infosys ने समय-समय पर अपने शेयरहोल्डर्स को 8 बार बोनस शेयर दिए हैं।

Infosys के बोनस के हिसाब से शेयरों की बढ़ती संख्या इस प्रकार है:

1. 1994 (1:1 बोनस) – 100 शेयर से 200 शेयर हो गए।
2. 1997 (1:1 बोनस) – 200 शेयर से 400 शेयर हो गए।
3. 1999 (1:1 बोनस) – 400 शेयर से 800 शेयर हो गए।
4. 2004 (3:1 बोनस) – 800 शेयर से 3,200 शेयर हो गए।
5. 2006 (1:1 बोनस) – 3,200 शेयर से 6,400 शेयर हो गए।
6. 2014 (1:1 बोनस) – 6,400 शेयर से 12,800 शेयर हो गए।
7. 2015 (1:1 बोनस) – 12,800 शेयर से 25,600 शेयर हो गए।
8. 2018 (1:1 बोनस) – 25,600 शेयर से 51,200 शेयर हो गए।

आज की कीमत पर कुल मूल्य:

अगर आज Infosys का एक शेयर 1,850 रुपये का है, तो इन 51,200 शेयरों की कुल कीमत होगी:

51,200×1,850 = 94,72,00,000 रुपये

यानि, 14,500 रुपये का निवेश आज लगभग 94.72 करोड़ रुपये बन गया होता!

 

3. BPCL:

अगर किसी ने बहुत पहले BPCL के 100 शेयर खरीदे होते, और उस समय एक शेयर की कीमत 30 रुपये होती, तो उसने कुल 3,000 रुपये का निवेश किया होता। BPCL ने समय-समय पर अपने शेयरहोल्डर्स को 6 बार बोनस शेयर दिए हैं।

BPCL के बोनस के हिसाब से शेयरों की बढ़ती संख्या इस प्रकार है:

1. 09-05-2024 (1:1 बोनस) – 100 शेयर से 200 शेयर हो गए।

2. 30-05-2017 (1:2 बोनस) – 200 शेयर से 300 शेयर हो गए।

3. 26-05-2016 (1:1 बोनस) – 300 शेयर से 600 शेयर हो गए।

4. 25-05-2012 (1:1 बोनस) – 600 शेयर से 1,200 शेयर हो गए।

5. 28-09-2000 (1:1 बोनस) – 1,200 शेयर से 2,400 शेयर हो गए।

6. 02-09-1994 (2:1 बोनस) – 2,400 शेयर से 7,200 शेयर हो गए।

आज की कीमत पर कुल मूल्य:

अगर आज BPCL का एक शेयर 310 रुपये का है, तो इन 7,200 शेयरों की कुल कीमत होगी:

7,200×310 = 22,32,000 रुपये

यानि, 3,000 रुपये का निवेश आज लगभग 22.32 लाख रुपये बन गया होता!

 

4. ITC Ltd:

अगर किसी ने बहुत पहले ITC के 100 शेयर खरीदे होते, और उस समय एक शेयर की कीमत लगभग 20 रुपये के आसपास चल रही है, तो उसने कुल 2,000 रुपये का निवेश किया होता। ITC ने समय-समय पर अपने शेयरहोल्ड को 7 बार बोनस शेयर दिए हैं।

ITC के बोनस के हिसाब से शेयरों की बढ़ती संख्या इस प्रकार है:

1. 20-05-2016 (1:2 बोनस) – 100 शेयर से 150 शेयर हो गए।

2. 18-06-2010 (1:1 बोनस) – 150 शेयर से 300 शेयर हो गए।

3. 17-06-2005 (1:2 बोनस) – 300 शेयर से 450 शेयर हो गए।

4. 12-07-1994 (1:1 बोनस) – 450 शेयर से 900 शेयर हो गए।

5. 30-09-1991 (3:5 बोनस) – 900 शेयर से 1,350 शेयर हो गए।

6. 29-04-1989 (1:1 बोनस) – 1,350 शेयर से 2,700 शेयर हो गए।

7. 29-04-1980 (1:5 बोनस) – 2,700 शेयर से 16,200 शेयर हो गए।

आज की कीमत पर कुल मूल्य:

अगर आज ITC का एक शेयर 480 रुपये का है, तो इन 16,200 शेयरों की कुल कीमत होगी:

16,200×480 = 7,776,000 रुपये

यानि, 2,000 रुपये का निवेश आज लगभग 77.76 लाख रुपये बन गया होता!

 

5. Castrol India:

अगर किसी ने बहुत पहले Castrol India के 100 शेयर खरीदे होते, और उस समय एक शेयर की कीमत लगभग 15 रुपये के आसपास चल रहा था, तो उसने कुल 1,500 रुपये का निवेश किया होता। Castrol India ने समय-समय पर अपने शेयरहोल्ड को 8 बार बोनस शेयर दिए हैं।

Castrol India के बोनस के हिसाब से शेयरों की बढ़ती संख्या इस प्रकार है:

1. 07-11-2017 (1:1 बोनस) – 100 शेयर से 200 शेयर हो गए।

2. 16-07-2012 (1:1 बोनस) – 200 शेयर से 400 शेयर हो गए।

3. 18-02-2010 (1:1 बोनस) – 400 शेयर से 800 शेयर हो गए।

4. 09-04-1999 (1:1 बोनस) – 800 शेयर से 1,600 शेयर हो गए।

5. 13-02-1995 (3:5 बोनस) – 1,600 शेयर से 2,880 शेयर हो गए।

6. 29-01-1994 (1:1 बोनस) – 2,880 शेयर से 5,760 शेयर हो गए।

7. 25-02-1992 (3:5 बोनस) – 5,760 शेयर से 9,216 शेयर हो गए।

8. 15-08-1990 (3:5 बोनस) – 9,216 शेयर से 14,976 शेयर हो गए।

आज की कीमत पर कुल मूल्य:

अगर आज Castrol India का एक शेयर 200 रुपये का है, तो इन 14,976 शेयरों की कुल कीमत होगी:

14,976×200 = 2,99,52,000 रुपये

यानि, 1,500 रुपये का निवेश आज लगभग 29.95 लाख रुपये बन गया होता!

 

6. L&T Ltd:

अगर किसी ने बहुत पहले L&T (Larsen & Toubro) के 100 शेयर खरीदे होते, और उस समय एक शेयर की कीमत 10 रुपये होती, तो उसने कुल 1,000 रुपये का निवेश किया होता। L&T ने समय-समय पर अपने शेयरहोल्डर्स को 10 बार बोनस शेयर दिए हैं।

L&T के बोनस के हिसाब से शेयरों की बढ़ती संख्या इस प्रकार है:

1. 29-05-2017 (1:2 बोनस) – 100 शेयर से 150 शेयर हो गए।

2. 22-05-2013 (1:2 बोनस) – 150 शेयर से 225 शेयर हो गए।

3. 29-05-2008 (1:1 बोनस) – 225 शेयर से 450 शेयर हो गए।

4. 07-06-2006 (1:1 बोनस) – 450 शेयर से 900 शेयर हो गए।

5. 15-04-1986 (3:5 बोनस) – 900 शेयर से 1,440 शेयर हो गए।

6. 10-11-1981 (3:5 बोनस) – 1,440 शेयर से 2,304 शेयर हो गए।

7. 20-09-1976 (1:2 बोनस) – 2,304 शेयर से 3,456 शेयर हो गए।

8. 17-02-1973 (1:3 बोनस) – 3,456 शेयर से 4,608 शेयर हो गए।

9. 01-08-1969 (1:10 बोनस) – 4,608 शेयर से 9,216 शेयर हो गए।

10. 09-12-1964 (1:7 बोनस) – 9,216 शेयर से 72,728 शेयर हो गए।

आज की कीमत पर कुल मूल्य:

अगर आज L&T का एक शेयर 3,300 रुपये का है, तो इन 72,728 शेयरों की कुल कीमत होगी:

72,728×3,300 = 239,002,400 रुपये

यानि, 1,000 रुपये का निवेश आज लगभग 23.9 करोड़ रुपये बन गया होता!

 

7. Indian Oil:

मान लीजिए किसी ने Indian Oil के 100 शेयर खरीदे होते, और उस समय एक शेयर की कीमत 8 रुपये के आसपास चल रही थी, तो कुल निवेश 800 रुपये होता। Indian Oil ने समय-समय पर बोनस शेयर दिए हैं। चलिए छोड़ते हैं आज के समय में कितना पैसा होता।

Indian Oil के बोनस के हिसाब से शेयरों की बढ़ती संख्या इस प्रकार है:

1. 1994 (2:1 बोनस) – 100 शेयर से 150 शेयर हो गए।
2. 1999 (1:1 बोनस) – 150 शेयर से 300 शेयर हो गए।
3. 2003 (1:2 बोनस) – 300 शेयर से 450 शेयर हो गए।
4. 2009 (1:1 बोनस) – 450 शेयर से 900 शेयर हो गए।
5. 2016 (1:1 बोनस) – 900 शेयर से 1,800 शेयर हो गए।
6. 2018 (1:1 बोनस) – 1,800 शेयर से 3,600 शेयर हो गए।
7. 2022 (1:2 बोनस) – 3,600 शेयर से 5,400 शेयर हो गए।

आज की कीमत पर कुल मूल्य:

अगर आज Indian Oil का एक शेयर 145 रुपये का है, तो इन 5,400 शेयरों की कुल कीमत होगी:

5,400×145 = 7,83,000 रुपये

तो, 800 रुपये का निवेश आज लगभग 7.83 लाख रुपये का हो गया होता।

 

8. Gail India:

मान लीजिए किसी ने Gail India के 100 शेयर उस समय खरीदे थे जब एक शेयर की कीमत 50 रुपये थी, यानी कुल निवेश 5,000 रुपये का हुआ। Gail India ने समय-समय पर कई बार बोनस शेयर दिए हैं।

Gail India के बोनस के हिसाब से शेयरों की बढ़ती संख्या संख्या इस प्रकार है:

1. 2008 (1:2 बोनस) – 100 शेयर से 150 शेयर हो गए।
2. 2017 (1:3 बोनस) – 150 शेयर से 600 शेयर हो गए।
3. 2018 (1:3 बोनस) – 600 शेयर से 2,400 शेयर हो गए।
4. 2019 (1:1 बोनस) – 2,400 शेयर से 4,800 शेयर हो गए।
5. 2022 (1:2 बोनस) – 4,800 शेयर से 7,200 शेयर हो गए।

आज की कीमत पर कुल मूल्य:

अगर आज Gail India का एक शेयर 200 रुपये का है, तो इन 7,200 शेयरों की कुल कीमत होगी:

7,200×200 = 14,40,000 रुपये

यानि, 5,000 रुपये का शुरुआती निवेश आज लगभग 14.4 लाख रुपये का हो गया होता।

 

9. Dabur India:

मान लीजिए किसी ने Dabur India के 100 शेयर उस समय खरीदे थे जब एक शेयर की कीमत 15 रुपये थी, यानी कुल निवेश 1500 रुपये का हुआ। Dabur India ने समय-समय पर कई बार बोनस शेयर दिए हैं।

Dabur India के बोनस के हिसाब से शेयरों की बढ़ती संख्या संख्या इस प्रकार है:

1. 30-09-1993 (4:1 बोनस) – 100 शेयर से 500 शेयर हो गए।

2. 24-10-2005 (1:1 बोनस) – 500 शेयर से 1,000 शेयर हो गए।

3. 31-10-2006 (1:2 बोनस) – 1,000 शेयर से 1,500 शेयर हो गए।

4. 26-07-2010 (1:1 बोनस) – 1,500 शेयर से 3,000 शेयर हो गए।

आज की कीमत पर कुल मूल्य:

अगर आज Dabur India का एक शेयर 550 रुपये का है, तो इन 3,000 शेयरों की कुल कीमत होगी:

3,000×550 = 16,50,000 रुपये
 

यानि, 1,500 रुपये का निवेश आज लगभग 16.5 लाख रुपये बन गया होता!

 

10. Samvardhana Motherson:

मान लीजिए किसी ने Samvardhana Motherson के 100 शेयर उस समय खरीदे थे जब एक शेयर की कीमत 0.50 रुपये थी, यानी कुल निवेश 50 रुपये का हुआ। Samvardhana Motherson ने समय-समय पर कई बार बोनस शेयर दिए हैं।

Samvardhana Motherson के बोनस के हिसाब से शेयरों की बढ़ती संख्या संख्या इस प्रकार है:

1. 01-12-1997 (1:2 बोनस) – 100 शेयर से 150 शेयर हो गए।
2. 15-11-2000 (1:2 बोनस) – 150 शेयर से 225 शेयर हो गए।
3. 24-02-2005 (1:2 बोनस) – 225 शेयर से 337 शेयर हो गए।
4. 30-08-2007 (1:2 बोनस) – 337 शेयर से 506 शेयर हो गए।
5. 03-10-2012 (1:2 बोनस) – 506 शेयर से 759 शेयर हो गए।
6. 20-12-2013 (1:2 बोनस) – 759 शेयर से 1139 शेयर हो गए।
7. 23-07-2015 (1:2 बोनस) – 1139 शेयर से 1708 शेयर हो गए।
8. 05-07-2017 (1:2 बोनस) – 1708 शेयर से 2562 शेयर हो गए।
9. 30-10-2018 (1:2 बोनस) – 2562 शेयर से 3843 शेयर हो गए।
10. 03-10-2022 (1:2 बोनस) – 3843 शेयर से 5764 शेयर हो गए।

ये भी पढ़े: शेयर मार्केट में कितना पैसा है? जानिए पूरी जानकारी!

आज की कीमत पर कुल मूल्य:

अगर आज Samvardhana Motherson का एक शेयर ₹190 है, तो इन 5,764 शेयर की कुल कीमत होगी:

5,764 × 190 = ₹1,095,160

यानि, 50 रुपये का निवेश आज लगभग 1,095,160 रुपये बन गया होता!

 

Conclusion:

अब आपको पता चल गया होगा कि सबसे ज्यादा बोनस देने वाले शेयर कौन से हैं। मैंने आपको 10 कंपनियों के बारे में बताया है जिन्होंने सबसे ज्यादा बोनस शेयर बांटे हैं। इस ब्लॉग में हमने केवल बोनस शेयर के बारे में बात की है। कंपनियां स्टॉक स्प्लिट भी करती हैं, जिससे शेयर के दाम कम हो जाते हैं।

अगर हम स्टॉक स्प्लिट को भी जोड़ें, तो इससे और भी अधिक पैसा बन सकता है। अगर आपको यह ब्लॉग पसंद आया है, तो इसे शेयर करना न भूलें। और यदि आपके मन में कोई सवाल है, तो आप कमेंट सेक्शन में बता सकते हैं। हम आपके सवालों का जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे।

सूचना:

यह जानकारी एक अनुमान के आधार पर बनाई गई है। हमें उन समय पर शेयरों के वास्तविक कीमतों की जानकारी नहीं है, लेकिन हमने कुछ अनुमान लगाकर कैलकुलेशन की है। इस कैलकुलेशन के माध्यम से यह पता लगाया गया है कि शेयरों में लंबे समय तक निवेश करने से अधिक मुनाफा होता है। इस अध्ययन का उद्देश्य निवेश के लाभ को समझाना है और यह दिखाना है कि समय के साथ निवेश का मूल्य कैसे बढ़ता है। निवेश करने से पहले हमेशा उचित शोध और सलाह लेना महत्वपूर्ण है।

 

FAQs About सबसे ज्यादा बोनस देने वाले शेयर:

भारत में कौन सा शेयर सबसे ज्यादा बोनस देता है?

भारत में सबसे ज्यादा बोनस शेयर देने वाली कंपनी विप्रो है, जिसने अपने शेयरहोल्डर्स को 14 बार बोनस शेयर दिए हैं और दो बार स्टॉक स्प्लिट भी किया है।

बोनस शेयर्स की घोषणा कैसे होती है?

जब कोई कंपनी बोनस शेयर देने का फैसला करती है, तो वह इसे पहले सबको बताती है। यह कुछ इस तरह होता है:

1. बैठक: कंपनी की एक बैठक होती है, जिसमें कंपनी के बड़े लोग (जिन्हें हम प्रबंधन कहते हैं) मिलकर निर्णय लेते हैं कि बोनस शेयर देना है या नहीं।
फैसला: अगर उन्होंने तय किया कि बोनस शेयर देना है, तो वे यह भी तय करते हैं कि कितने शेयर देंगे। जैसे, अगर आपने 1 शेयर लिया है, तो आपको 1 और शेयर मिल सकता है।

2. घोषणा: इसके बाद, कंपनी यह जानकारी सभी को बताती है। यह जानकारी कंपनी की वेबसाइट पर, अखबारों में या शेयर मार्केट में दी जाती है।

3. रिकॉर्ड दिनांक: कंपनी एक तारीख तय करती है, जिसे “रिकॉर्ड डेट” कहते हैं। इस तारीख के बाद जो भी लोग शेयर खरीदेंगे, उन्हें बोनस शेयर नहीं मिलेंगे।
बोनस शेयर का वितरण: जब रिकॉर्ड डेट आ जाती है, तब कंपनी उन सभी शेयरहोल्डर्स के लिए बोनस शेयर भेजती है, जो पहले से उसके शेयर के मालिक हैं।
इस तरह, कंपनी अपने शेयरहोल्डर्स को बोनस शेयर देने की प्रक्रिया को पूरा करती है।

बोनस शेयर्स और डिविडेंड्स में अंतर क्या है?

यहां पर बोनस शेयर्स और डिविडेंड्स में अंतर बताए गए है:
बोनस शेयर्स अधिक शेयर होते हैं जो कंपनी मुफ्त में देती है। डिविडेंड्स पैसे होते हैं जो कंपनी अपने शेयरहोल्डर्स को देती है। बोनस शेयर्स से आपके शेयर बढ़ते हैं, जबकि डिविडेंड्स से आपको तुरंत पैसे मिलते हैं। दोनों शेयरहोल्डर्स के लिए फायदे लाते हैं।

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